भारत के प्रधानमंत्री को मिस्र के राष्ट्रपति द्वारा वहा के सर्वोच्च सम्मान ऑर्डर ऑफ द नाइल
से सम्मानित किया गया है| मिस्र की यह यात्रा दोनों देशों के बीच द्वि पक्षीए संबंधों पर बातचीत करने के लिए है जिससे दोनों के संबंध मे मजबूती आएगी इस यात्रा की प्रमुख विशेषताएँ इस प्रकार हैं -
A. Strategic Partnership Agreement-
रणनीतिक साझेदारी समझोता में विभिन्न विषय शामिल हैं
1 राजनीतिक
2 रक्षा ओर सुरक्षा
3 आर्थिक जुड़ाव
4 वैज्ञानिक ओर शैक्षणिक सहयोग
5 सांस्कृतिक ओर लोगों का लोगों से सहयोग
B. Memorandum of Understanding(MoUs)-
कृषि, पुरातत्व ओर पुरावशेष तथा प्रतिस्पर्धा के छेत्र में द्वि पक्षी चर्चाएँ
जी-20 मे सहयोग
खाद्य ओर ऊर्जा सुरक्षा
जलवायु परिवर्तन ओर स्वच्छ ऊर्जा सहयोग
C.COMMONWEALTH WAR GRAVE CEMETERY -
भारतीए प्रधानमंत्री ने प्रथम विश्व युद्ध के दौरान मिस्र और अदन मे अपनी जान गंवाने वाले 4,300 से अधिक भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी
D. EGYPT'S PARTICIPATION IN G-20 SUMMIT-
2023 मे G-20 की अध्याक्षिता भारत के पास है जिसमे भारत ने मिस्र को अतिथि देश
के रूप मे नामित किया है|
E. AL-HAKIM MOSQUE
भारतीए प्रधानमंत्री ने काहिरा मे 11वी सदी की अल-हकीम मस्जिद का दौरा किया , जिसे भारत के दाऊदी बोहरा समुदाए द्वारा बहाल किया गया था |
भारत-मिस्र संबंध:
- इतिहास:
- विश्व की दो सबसे पुरानी सभ्यताओं, यथा- भारत और मिस्र के बीच संपर्क का इतिहास काफी पुराना है और इसका पता सम्राट अशोक के समय से लगाया जा सकता है।
- अशोक के अभिलेखों में टॉलेमी-द्वितीय के तहत मिस्र के साथ उसके संबंधों का उल्लेख है।
- आधुनिक काल में महात्मा गांधी और मिस्र के क्रांतिकारी साद जगलुल का साझा लक्ष्य ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन से स्वतंत्रता प्राप्त करना था।
- 18 अगस्त, 1947 को राजदूत स्तर पर राजनयिक संबंधों की स्थापना की संयुक्त रूप से घोषणा की गई थी।
- वर्ष 1955 में भारत और मिस्र ने एक मित्रता संधि पर हस्ताक्षर किये। वर्ष 1961 में भारत और मिस्र ने यूगोस्लाविया, इंडोनेशिया एवं घाना के साथ गुटनिरपेक्ष आंदोलन (Non-Aligned Movement- NAM) की स्थापना की।
- वर्ष 2016 में भारत और मिस्र ने राजनीतिक-सुरक्षा सहयोग, आर्थिक जुड़ाव, वैज्ञानिक सहयोग तथा लोगों के बीच संबंधों के सिद्धांतों पर एक नए युग के लिये नई साझेदारी बनाने के अपने इरादे को रेखांकित करते हुए एक संयुक्त घोषणापत्र जारी कि
- विश्व की दो सबसे पुरानी सभ्यताओं, यथा- भारत और मिस्र के बीच संपर्क का इतिहास काफी पुराना है और इसका पता सम्राट अशोक के समय से लगाया जा सकता है।
- इस वर्ष की बैठक के दौरान भारत और मिस्र दोनों द्विपक्षीय संबंधों को "रणनीतिक साझेदारी" के रूप में बेहतर बनाने पर सहमत हुए।
- रणनीतिक साझेदारी के मोटे तौर पर चार तत्त्व होंगे: राजनीतिक; रक्षा और सुरक्षा, आर्थिक जुड़ाव, वैज्ञानिक तथा शैक्षणिक सहयोग, सांस्कृतिक एवं लोगों बीच संपर्क।
- भारत एवं मिस्र ने प्रसार भारती और मिस्र के राष्ट्रीय मीडिया प्राधिकरण के बीच विषय-सामग्री विनिमय, क्षमता निर्माण तथा सह-निर्माण की सुविधा हेतु तीन वर्ष के लिये समझौता ज्ञापन (Memorandum of Understanding -MoU) पर हस्ताक्षर किये।
- इस समझौते के तहत दोनों प्रसारक द्विपक्षीय आधार पर खेल, समाचार, संस्कृति, मनोरंजन जैसी विभिन्न शैलियों के अपने कार्यक्रमों का आदान-प्रदान करेंगे।
- इस वर्ष की बैठक के दौरान भारत और मिस्र दोनों द्विपक्षीय संबंधों को "रणनीतिक साझेदारी" के रूप में बेहतर बनाने पर सहमत हुए।
- OIC में भागीदार:
- भारत, मिस्र को मुस्लिम-बहुल देशों के बीच एक उदार इस्लामी देश के रूप में और इस्लामिक सहयोग संगठन (Organization for Islamic Cooperation -OIC) में एक भागीदार के रूप में देखता है।
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